Essay on My Father in Hindi | मेरे पिताजी पर हिंदी निबंध।

पापा कहो या पिताजी यह व्यक्ति हमारे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण स्थान रखता है, क्योंकि हमारे पिताजी का हमारे जीवन में एक अलग ही स्थान होता है। दोस्तों आज हम मेरे पिताजी इस विषय पर हिंदी निबंध लेकर आए है। तो चलिए निबंध की शुरुआत करते है।

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मेरे पिताजी।

अगर मेरी मां इस विषय पर कुछ बोलना हो तो शब्द कम पड़ जाते है लेकिन जब पिताजी की बारी आती है तो क्या बोलना है समझ ही नहीं आता। यह ऐसा क्यों है, क्या पिताजी हमारे लिए कुछ नहीं करते ? तभी मैं मेरे पिताजी के बारे में सोचने लगा।

मेरे पिताजी का नाम वसंत है। कोई अपने पिताजी को पापा बोलता है कोई बाबा तो कोई कुछ और में अपने पिताजी को पापा बोलता हूं। अगर मेरे पिताजी के बारे में बताना हो तो वह भी आपके पिताजी की तरह ही एकदम सख्त और कठोर और आप ही की तरह मैं भी उनसे काफी डरता हू।

सभी को लगता है कि हमारे पिताजी एक काफी सक्त और कठोर इंसान है, पर ऐसा नहीं है। पिताजी भी हमें हमारी मां जितना ही प्रेम करते है पर वह अपना प्रेम दिखाते नहीं है। पर हमें हमारे बचपन से ही ऐसी आदत लग जाती है कि पिताजी का नाम बोलते ही हमें डर लगता है।

सभी को अपनी मां पसंद होती हे क्योंकि अगर हमें कोई चीज चाहिए तो हम बिना डरे अपनी मां के पास जाकर जिद करके वह चीज मांग लेते है। पिताजी के साथ ऐसा नहीं होता, पिताजी से कोई चीज मांगना तो दूर की बात है, हमें उनसे बात करने के लिए भी डर लगता है।

क्योंकि बचपन सेही अगर कुछ हुआ तो मां हमें बोलती है की यह मत करना, पढ़ाई नहीं की तो पिताजी को नाम बोल दूंगी और फिर पिताजी तुम्हे देख लेंगे। इस तरह बचपन से ही हमारे मन में पिताजी का डर बैठ दिया जाता है और हमें लगने लगता है कि अगर कुछ हुआ तो पिताजी हमें दाटेंगे और इसी डर से हम हमारे पिताजी से डरते है। और हमें लगता है कि हमारे पिताजी हमसे प्यार नहीं करते। पर क्या यह सच है ?।

१००% हमारे पिताजी हमसे प्यार नहीं करते यह बात गलत है। हमारे पिताजी हमसे बहुत ज्यादा प्यार करते है पर हमारे पिताजी अपना प्यार जताते नहीं है। दिवाली के मौके पर हमारे पिताजी सबके लिए जैसे चाहिए वैसे नए कपड़े लाकर देते है पर अपने लिए कुछ नहीं लेते। वह हमेशा हमारे बारे में सोचते है। वह खुद नए कपड़े ना लेकर अपने बच्चों के लिए नए कपड़े दिलाते है।

हमारे पिताजी हमेशा अपने बच्चों के अच्छे भविष्य का विचार करते है, पिताजी हमें दाटते हे यह सच है, पर वह ऐसा इसीलिए करते हैं ताकि हम हमारे भविष्य में कुछ अच्छा करें। अगर हमें कुछ हो जाए तो हमारे पिताजी हमारी रात भर चिंता करते रहते है।

अगर हमें कभी थोड़ा सा कुछ लग जाए तो हमारे मुंह से पहला शब्द निकलता है वह है मां। पर अगर कभी कुछ बड़ा हो जाए तो हमेशा मुंह से निकलता है बाप रे। हमारे पिताजी हमारे लिए पूरे जीवन भर काफी कष्ट करते है क्योंकि उन्हें अपने बच्चों का भविष्य उज्वल मनाना होता है। हमारे पिताजी खुद कुछ ना लेकर हमारी हर ख्वाहिश पूरी करते है, ऐसे हमारे पिताजी होते है। मुझे मेरे पिताजी काफी प्रिय है और मैं अपने पिताजी से कभी प्यार करता हूं।

समाप्त।

दोस्तों क्या आप अपने पिताजी से प्यार करते हो और आपके पिताजी का क्या नाम है हमें नीचे comment करके जरूर बताएं।

मेरे पिताजी पर यह हिंदी निबंध claass १,२,३,४,५,६,७,८,९ और १० के बच्चे अपने पढ़ाई के लिए इस्तेमाल कर सकते है। उसी के साथ यह निबंध नीचे दिए गए विषयों पर भी इस्तमाल किया जा सकता है।

  • जीवन में पिताजी का महत्व।
  • मेरे पापा।
  • मेरे पापा ग्रेट है।

दोस्तों आपको यह मेरे पिताजी पर हिंदी निबंध कैसा लगा, और अगर आपको कोई और हिंदी विषय पर हिंदी निबंध चाहिए तो हमें नीचे comment करके बताइए।

धन्यवाद।

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