चिड़ियाघर की सैर हिंदी निबंध | Essay on zoo in Hindi

नमस्कार दोस्तों हाल ही में हमारी पाठशाला की सैर में हमें चिड़िया घर ले जा रहा था। वह चिड़ियाघर काफी सुंदर प्राणियों से भरा था और हमें वहां बहुत कुछ सीखने मिला। आज हम इसी चिड़िया घर पर हिंदी निबंध लाए है।

Chidiyaghar essay image of lion in cage

चिड़ियाघर की सैर।

हमारे पाठशाला में हर वर्ष में एक बार छात्रों को सर पर लेकर जाते है, जिससे कि हम छात्रों को नई जगह देखने मिले, मनोरंजन हो और कुछ नया सीखने को मिले। ऐसे ही इस बार हमारी पाठशाला ने चिड़ियाघर ले जाने का निर्णय लिया था, हम सभी विद्यार्थी चिड़ियाघर में मौजूद प्राणियों को देखने के लिए काफी उत्साहित है।

फिर वह दिन आएगा जब हम चिड़ियाघर की सैर के लिए निकल पड़े। हमारे स्कूल बस से हम चिड़िया घर जा रहे थे सभी बच्चों में काफी उत्साह था क्योंकि मेरी तरह सभी बच्चे पहली बार प्राणियों को देखने वाले थे। बस में सभी प्राणियों के बारे में बातें कर रहे थे।

हमारी बस चिड़िया घर पहुची वहां हम सभी बच्चे इकट्ठा हुए वह हमें चिड़ियाघर की जानकारी देने वाले एक "गाइड" थे। उन्होंने हमें चिड़ियाघर के अंदर जाने से पहले जानकारी दी और बताया कोई भी किसी भी जानवर को कुछ भी खाने को नहीं देगा और ना ही किसी प्राणी को किसी भी प्रकार से परेशान करेगा। गाइड की जानकारी के बाद हमारी चिड़ियाघर की सैर शुरू हुई।

जहां से अंदर प्रवेश करते है वहां प्राणियों की काफी सुंदर मूर्तियां बनाई गई थी और वहां मोगली कार्टून का दृश्य बनाया गया था जिसमें मोगली, गुफा और जानवर थे उसके ऊपर "वेलकम टू झू' ऐसा लिखा गया था। बाहर का इतना सुंदर दृश्य देखकर हम सभी चिड़ियाघर के अंदर का नजारा देखने के लिए और भी उत्साहित हो गए थे।

अंदर काफी बड़े-बड़े पिंजरे बनाए गए थे जहां प्राणियों को काफी घूमने की जगह थी उन्हें बिल्कुल जंगल जैसे वातावरण में रखा गया था। पिंजरे में होने के बावजूद उन प्राणियों का पूरी तरीके से खयाल रखा जाता है उन्हें खाने की और पानी की कोई भी कमी नहीं होती। हमें गाइड ने बताया कि जानवरों की देखभाल के लिए डॉक्टर भी हमेशा मौजूद रहते है।

हमने वहां बंदर देखे वहां अलग-अलग प्रकार के बंदर मौजूद थे उनमें से लंगूर नामक बंदर काफी सुंदर दिखाई देते थे। कुछ बंदर अतरंगी हरकतें कर रहे थे तो कुछ एक जगह से दूसरे जगह पर छलांग मार रहे थे। हमने एक बड़ा गोरिल्ला देखा वह देखने में काफी डरावना था परंतु उसका स्वभाव शांता था। एक तरफ जिराफ था जो अपनी उचि गर्दन लिए पेड़ों के पत्ते खा रहा था, दूसरी तरफ काफी सारे हिरण पानी पी रहे थे वह काफी चौकन्ना रहते हैं थोड़ी भी हरकत या आवाज से तुरंत भाग जाते है उनकी रफ्तार भी काफी तेज होती है।

वह काफी सारे प्राणी थे पर सबसे ज्यादा लोग शेर और बाघ को देखकर खुश हुए पर शेर और बाघ दोनों पिंजरे में बस सोए थे उन्हें लोगों से कोई फर्क नहीं पड़ रहा था। हमने दो सींग वाला गेंडा भी देखा उसे देख कर काफी डर लग रहा था ऐसा लग रहा था जैसे कि वह आराम से उस पिंजरे को तोड़ सकता है क्योंकि उसका शरीर काफी मजबूत था। उसके बाद हमने दरियाई घोड़ा यानी कि हिप्पोपोटामस भी देखा वह पानी में एक बड़ी भेस जैसा दिखाई दे रहा था पर जब उसका मुंह खुला तो हक्के बक्के रह गए। हमने बड़े दांत वाले हाथी भी देखें वे काफी विशाल थे।

चिड़ियाघर में एक एक्वेरियम भी बनाया गया था वहां पर अलग-अलग प्रकार की मछलियां थी और कुछ कछुए भी थे। इस तरह हमने चिड़ियाघर में काफी सारे प्राणी देखें और उनके बारे में काफी कुछ जाना। जिस उत्साह के साथ हम चिड़िया घर आए थे उसी उत्साह के साथ और अच्छी यादों के साथ हमने पूरे चिड़ियाघर की शेर की।

समाप्त।

दोस्तों क्या आपने भी किसी चिड़ियाघर की सैर की है हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताइए।

चिड़ियाघर की सैर यह हिंदी निबंध class १,२,३,४,५,६,७,८,९ और १०वि के विद्यार्थी अपनी पढ़ाई के लिए इस्तेमाल कर सकते है। यह निबंध नीचे दिए गए विषयों पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

  • मैंने देखा हुआ चिड़ियाघर।
  • मैंने देखा हुआ प्राणी संग्रहालय।
  • चिड़ियाघर पर निबंध।
  • दोस्तों आपको यह निबंध कैसा लगा और अगर आपको कोई और विषय पर हिंदी निबंध चाहिए तो हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताइए।

    धन्यवाद।

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